आजकल तनाव, खराब जीवनशैली और खान-पान के कारण हर किसी में हृदय रोग के मामले तेजी
से बढ़ रहे हैं। जब तक हृदय ठीक से काम करता रहेगा तब तक हमारा जीवन सामान्य रूप
से चलता रहेगा लेकिन जब यह रुक जाता है तो जीवन भी रुक जाता है।
पहले माना जाता था कि दिल का दौरा एक निश्चित उम्र तक पहुंचने के बाद ही होता है,
लेकिन आजकल युवाओं में भी Heart Attack दिल का दौरा पड़ने की घटनाएं बढ़ गई हैं।
अक्सर हृदय रोग या Heart Attack हार्ट अटैक के लक्षण समय पर पहचान में नहीं आते
हैं और इस वजह से दिल का दौरा पड़ने की संभावना बढ़ जाती है।
दुनिया में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों की संख्या बढ़ गई है
एक रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग एक तिहाई लोगों की मौत दिल के दौरे से होती है। दिल
और उससे जुड़ी बीमारियाँ बढ़ती चिंता का कारण बनती जा रही हैं। हार्ट अटैक के
पीछे सबसे बड़ी समस्या असंतुलित आहार है। अक्सर ऐसा होता है कि जब तक मरीज
अस्पताल पहुंचता है, तब तक कभी-कभी बहुत देर हो चुकी होती है और अगर मरीज बच भी
जाता है, तो दिल का दौरा पड़ने से उसे लकवे का सामना भी करना पड़ सकता है। दिल के
दौरे के शुरुआती लक्षणों की बात करें तो इसमें बिना किसी चोट के बाएं कंधे या
छाती में लगातार दर्द और सामान्य वातावरण में अत्यधिक पसीना आना शामिल हो सकता
है।
दिल का दौरा पड़ने के खतरनाक लक्षण
असामान्य दिल की धड़कन
जबड़े, दांत और सिर में दर्द होना
कंधे का दर्द
लगातार खांसी
सीने में जलन होना
नींद में खर्राटे लेना
अत्यधिक पसीना आना
बार-बार उल्टी होना
हाथों में सूजन
सांस लेने में कठिनाई
क्या हम दिल के दौरे से बच सकते हैं?
जीवनशैली में बदलाव से हृदय रोग का खतरा 60% तक कम हो सकता है
जीवन की भागदौड़ से दूर रहना
तनाव से दूर रहने के लिए योग और ध्यान करें
भोजन में अधिक वसा वाले तैलीय पदार्थ का प्रयोग न करें
हरी सब्जियों और फलों के सेवन से हार्ट अटैक का खतरा कम हो सकता है
किसी भी प्रकार के धूम्रपान से बचना चाहिए
स्वस्थ रहने के लिए व्यक्ति को प्रतिदिन 45 से 60 मिनट व्यायाम करना चाहिए
युवाओं में क्यों हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं?
लोगों की डाइट में पैक्ड मील का चलन बढ़ गया है
प्रकृति के नियम के विरुद्ध सोएँ
कोरोना के कारण लोगों की जीवनशैली में और बदलाव आया
कोरोना के कारण लोग अधिक तनावग्रस्त हो गये
लोगों का उत्साह ख़त्म हो गया और वे सुस्त हो गये
निष्क्रिय जीवन स्वास्थ्य को प्रभावित करता है
युवाओं में दिल के दौरे बढ़ने का दूसरा कारण टाइप-2 डायबिटीज है
अत्यधिक शराब के सेवन और धूम्रपान से भी खतरा बढ़ जाता है