भारत का पहला Bullet Train Station Ahmedabad बुलेट ट्रेन स्टेशन अहमदाबाद में बनकर तैयार है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को साबरमती में पूर्ण हो चुके बुलेट ट्रेन टर्मिनल का एक वीडियो साझा किया। इस वीडियो में आप स्टेशन का भव्य स्वरूप देख सकते हैं. आपको बता दें कि बुलेट ट्रेन स्टेशन के निर्माण के दौरान आधुनिक वास्तुकला के साथ सांस्कृतिक विरासत का अनूठा मिश्रण देखने को मिला था।
देश की पहली बुलेट ट्रेन अहमदाबाद-मुंबई के बीच चलने जा रही है. जिसे जापान की मदद से तैयार किया गया है। आपको बता दें कि बुलेट ट्रेन की मदद से अहमदाबाद से मुंबई की दूरी महज दो घंटे सात मिनट में तय की जा सकेगी। ऐसे में ट्रेन अधिकतम 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी।
अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत 508 किलोमीटर लंबा ट्रैक बिछाया जा रहा है। ट्रेन सुरंगों और समुद्र के नीचे से होकर गुजरेगी। इस परियोजना पर 1.08 लाख करोड़ रुपये की लागत आने की संभावना है।
वीडियो में रेल मंत्री ने बुलेट ट्रेन टर्मिनल की अद्भुत झलक दिखाई है. वीडियो ट्वीट कर रेल मंत्री ने लिखा, 'भारत का पहला बुलेट ट्रेन टर्मिनल! साबरमती मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब, अहमदाबाद।'' रेल मंत्री द्वारा साझा किया गया यह वीडियो एक आकर्षक झलक पेश करता है। वीडियो में एक टर्मिनल दिखाया गया है जो आधुनिक वास्तुकला को भारत की सांस्कृतिक विरासत के साथ सहजता से जोड़ता है।
इस परियोजना में सुरंगों और समुद्र के नीचे 508 किलोमीटर लंबी दोहरी लाइन शामिल है। सरकार ने अनुमान लगाया था कि इस परियोजना पर लगभग रु. 1,08,000 करोड़ और परियोजना लागत का 81% जापानी सॉफ्ट लोन द्वारा 0.1% प्रति वर्ष की दर से वहन किया जाएगा, जिसमें 15 साल की छूट अवधि सहित 50 साल की पुनर्भुगतान अवधि शामिल होगी।
Terminal for India's first bullet train!
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) December 7, 2023
📍Sabarmati multimodal transport hub, Ahmedabad pic.twitter.com/HGeoBETz9x
रेल मंत्रालय के मुताबिक बुलेट ट्रेन सिर्फ 2 घंटे 7 मिनट में मुंबई से साबरमती पहुंच जाएगी। मुंबई से अहमदाबाद के अंतिम स्टेशन तक पहुंचने की ट्रेन की अवधि 2.58 घंटे होगी। बुलेट ट्रेन परियोजना की अनुमानित लागत 1,08,000/- रुपये है। परियोजना की कुल लागत का 81 प्रतिशत जापान सरकार द्वारा ऋण के रूप में प्रदान किया गया है। ऋण 0.1 प्रतिशत की ब्याज दर के साथ 15 वर्ष की छूट अवधि के साथ 50 वर्षों में चुकाया जा सकता है।
भारत सरकार अब हाई स्पीड रेल यानी एचएसआर की योजना बना रही है. इसके तहत 6 अतिरिक्त कॉरिडोर को लेकर भी चर्चा चल रही है। इसमें दिल्ली से वाराणसी, दिल्ली से अहमदाबाद, मुंबई से नागपुर, मुंबई से हैदराबाद, चेन्नई से मैसूर और दिल्ली से अमृतसर शामिल होने की संभावना है। गौरतलब है कि सरकार ने पहले ही साफ कर दिया था कि मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को साल 2022-2023 तक पूरा करने का लक्ष्य है।