Corrupt Country List भ्रष्ट देशों की सूची प्रकाशित करने वाली संस्था Transparency International ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने मंगलवार, 30 जनवरी 2024 को वर्ष 2023 के लिए Global Corruption List वैश्विक भ्रष्टाचार सूची की घोषणा की है। 180 देशों की सूची में भारत 8 पायदान नीचे 93वें स्थान पर आ गया है. यानी 87 देशों में भारत से ज्यादा भ्रष्टाचार है। इसका मतलब यह भी है कि भारत में दुनिया के 92 देशों से ज्यादा भ्रष्टाचार है।
सूची में शामिल 180 देशों में से दो-तिहाई से अधिक का स्कोर 50 से नीचे है। इसका मतलब है कि दो-तिहाई से अधिक देशों में व्यापक Corruption भ्रष्टाचार है। औसत भ्रष्टाचार स्कोर 43 है। रिपोर्ट के मुताबिक भ्रष्टाचार में सबसे कम सुधार सार्वजनिक क्षेत्र में दर्ज किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक (CPI) 2023 से पता चलता है कि अधिकांश देशों ने सार्वजनिक क्षेत्र में भ्रष्टाचार से निपटने में बहुत कम या कोई सुधार नहीं किया है। यह सूची सार्वजनिक क्षेत्र में भ्रष्टाचार के आधार पर तैयार की जाती है। शून्य अंक का मतलब है सबसे भ्रष्ट और 100 अंक का मतलब है सबसे ईमानदार।
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा जारी एक रिपोर्ट में डेनमार्क को सबसे कम भ्रष्ट देश माना गया है। यह लगातार छठा वर्ष है जब डेनमार्क शीर्ष स्थान पर रहा है। न्याय व्यवस्था में अच्छी सुविधाओं के कारण डेनमार्क को 100 में से सर्वाधिक 90 अंक प्राप्त हुए। जबकि फ़िनलैंड और न्यूज़ीलैंड क्रमशः 87 और 85 के स्कोर के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। इस वर्ष शीर्ष 10 देशों में नॉर्वे (84), सिंगापुर (83), स्वीडन (82), स्विट्जरलैंड (82), नीदरलैंड (79), जर्मनी (78) और लक्जमबर्ग (78) शामिल हैं।
सूची में सबसे नीचे सोमालिया (11), वेनेज़ुएला (13), सीरिया (13), दक्षिण सूडान (13) और यमन (16) हैं। ये सभी देश लंबे समय से सशस्त्र संघर्षों से प्रभावित रहे हैं। निकारागुआ (17), उत्तर कोरिया (17), हैती (17), इक्वेटोरियल गिनी (17), तुर्कमेनिस्तान (18) और लीबिया (18) में भी भ्रष्टाचार चरम पर है।
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल भारत 93वें स्थान पर है। सीपीआई मार्किंग में भारत को 100 में से 39 अंक दिए गए हैं। पिछले साल 2022 में भारत 85वें स्थान पर था। जबकि सीपीआई मार्किंग में 40 अंक दिए गए थे। पड़ोसी देश पाकिस्तान इस सूची में 134वें स्थान पर है। सीपीआई मार्किंग में पाकिस्तान को 29 अंक मिले हैं। जबकि श्रीलंका को 34 अंक मिले हैं. अफगानिस्तान और म्यांमार को 20 अंक, चीन को 42 अंक और बांग्लादेश को 24 अंक मिले हैं।